Aayi thi kuch khne sad shayari

न आया समझ कि ये हक़ीक़त है या सपना,
मन में अजीब सी, हलचल मचा कर चली गई …
आई थी कुछ कहने, पर ना कह सकी शायद,
बस दिल की बातें, दिल में छुपा कर चली गई …

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