Vo aayi thi....

आई थी वो ऐसे कि, दिल में समा कर चली गई,
सो रहा था चैन से मैं, कि वो जगा कर चली गई …
बिल्कुल न ठहरी वो इक पल भी मेरे गरीबखाने पर,
दिखा के बस झलक अपनी, जी दुखा कर चली गई …

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